एक छात्र ने लिखा “आप” को खुला पत्र

आदरणीय “आप” महाराज
नमस्ते। आप 4 वर्ष के हो गए हैं। और अब सनै सनै पूर्ण राजनीतिक होने की ओर अग्रसर हो रहे हैं। महाराज जब आपकी जन्म हुई थी तब भारत के लोग को बड़ी आशा जन्मी थी आपसे।आपको न मालूम होगा बिहार के वैसे सुदूर गांवों तक आपकी चर्चा होती थी जहां उस समय तक टीवी गिने चुने लोगों के घर पर तक सिमित थी। अन्ना बाबा आपको जन्म दिए हैं जैसा की हम सब जानते हैं हालाँकि आपका जन्म कथा बड़ी रोचक है और हाँ आपका नामकरण संस्कार की कथा भी कम रोचक नही आपने अपना नाम रखा “आम आदमी पार्टी”। शॉर्ट में ‘आप ‘आप स्वयं संभु बनते चले जा रहे हो। आपके परिवार का दायरा इतना तेजी से बड़ा की उसका क्या कहना , प्रशाशनिक अधिकारी , पत्रकार , साहित्यकार , आलोचक , समालोचक , समाजसेवी , इंजीनियर , कवि एवम् कई छात्र युवा को आपने अपने परिवार में घुसाया। समय समय पर आपने अपने परिवार को कांट छाँट के एकदम अपने मनोनुकूल बना लिया। आपको दिल्ली की गद्दी मिली , उस दिल्ली की गद्दी मिली जिसे भारत का दिल कहा जाता है स्वाभाविक रूप से दिल की धड़कन पुरे शरीर को महसूस होती है , आपकी आवाज पुरे भारत में गयी ,इसमें कोई दो राय नही। आपकी चर्चा विश्व भर के अख़बारों , एवम् महत्वपूर्ण टीवी चैनलो पर हुई। आप एकाएक से ग्लोबल मानचित्र पर आ गयी , आपकी आत्मकथा तो महज 12 घण्टों में आउट ऑफ़ स्टॉक हो गयी थी। आप महाराजाधिराज बन गए। आपने कुछ ही दिनों में इस्तीफा देकर नया कहानी रचा। फिर लोकसभा चुनाब में हाथ आजमाया आपने। 4 शीट पर विजयी हुई , खैर 1980 में भाजपा को 2 शीट मिली थी तो उससे आप आगे हुए। दिल्ली में पुनः चुनाब हुआ। जनता ने आपको एक बार पुनः चुना , पुरे बहुमत से चुना। पर महराज एक बात बताइये आपका 67 में से 10 विधायक अभी जेल में है तब आप उ सब के विधानसभा केलिए कैसे काम रहे होंगे? आउ जिस रफ़्तार से आपके विधायक जेल जा रहे हैं उससे डर लगता है श्रीमान की कही एक दिन आप भी न चल जाइए। खैर हमको विश्वास है सर जी की आप जेल न जाइयेगा। देखिए आपने कहा था आप पूरी ध्यान दिल्ली पर देंगे , पर इ का कभी आपको पटना में देखते हैं , कभी कोलकाता और अभी तो एकदम पंजाबी बन गए हैं आप। जब इतना प्रेम आपको था ही गुरुद्वारा और पंजाब से तो फिर दिल्ली काहे आ गए थे महाराज। सुनिए सर जी आप एक नौकर शाह भी रह चुके हैं पुरे तंत्र का नॉलेज है आपको जी। देख रहे हैं न सबसे पुराना लोकतंत्र अमेरिका में भी अभी चुनाबी माहौल है , वहा का स्थिति बनल है। सीखिए उससे ऐसा न हो जाए की अपन भारत में भी कभी ओइसन स्थिति आए। खैर आप जे भी है , जैसा भी हैं एगो और काम कर दीजिये हम देश के युवाओं केलिए , इ जो कुमार विश्वास हैं न इनको बोलिए अपना रेटवा कुछ कम करें। हिंदी के इतना महंगा मत बनाइए जी उ जे हैं 5 लाख लेते हैं चुटकुला सुनाबे के बताइये ठीक है। आप तो मुफ्त में मनोरंजन कर ही देते हैं उनको भी कहिए। और सुनिए जिनको आप भगा दिए हैं न उनको आप फिर से लाइये। और नया के लाने चक्कर में मत रहिए। और ही भगवंत मान का कर रहे हैं इनपर आपका कोई अंकुश न है का इ तो संसद भवन के वीडियो अपलोड कर रहे हैं उनसे आप कमसेकम पूछिये की क्या इरादा है। बड़ी खून पसीना से उ सब धरोहर के बचा के रखे हैं जी, आप सब को बैठने केलिए फुल ac में। अपन जबान सुखी घांस पर रात काटता है तब आप लोग ac में बैठकर झोपड़ी की बात कर पाते हैं। उनको मना कीजिए वीडियो डालने केलिए। और हाँ अन्ना बाबा के भी ख्याल रखिये महाराज घर के बुजुर्ग को ख्याल रखना चाहिए। विशेष आपका खांसी कैसा है ? मोफलर चेंज किए की नहीं जाड़ा आने ही बाला है। अबकी आपका टोपी भी बदलल रहना चाहिए जी कुछ नया लाइयेगा। बड़ी आशा थी आपसे जी , एक उम्मीद दिखती थी आपमें। सुनिए सिद्धू जी को अब तड़पाइए मत उनको जे कमिटमेंट दिए हैं कमसे कम उसे पूरा कीजिए नही तो एक ईमानदार और सच्चा आदमी का हाय पड़ेगा आपको।वैसे भी बहुते के हाय खाये के आदत है आपको। दिल्ली में कुछ अइसन कर के दिखाइए की हमनी जब आबें तो दिखाई दे। मोदी जी को गलिआईये मत उनसे काम लीजिये और उनको सहयोग दीजिये एवम् उनसे सहयोग लीजिये भी। आपके पास केतना अच्छा मौका है जी कुछ कर दिखने का अगर अबकी मौका चूक जाइयेगा तब कहूँ के न रहिएगा।
आपका ही एक शुभचिंतक हूँ।
जय हो !!

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