माँ को थी बेटे की सफलता की आस, नही हुई निराश
“पसीने की स्हायी से लिखे पन्ने कभी कोरे नहीं होते… जो करते है मेहनत दर मेहनत, उनके सपने कभी अधूरे नहीं होते।” मेहनत और लगन हो तो कुछ भी असंभव नहीं, कोई भी लक्ष्य ऐसा नहीं जिसे साधा नहीं जा सके। लक्ष्य मानव जीवन को जीवंत बनाये रखता है अन्यथा रोज़मर्रा की परेशानियों से जीवन …