गोली सरहद पे खा रहा है कोई
बेसबब मुस्कुरा रहा है कोई। दर्द शायद छुपा रहा है कोई।। सर्द मौसम में ज़र्द पत्तों सा। ख़्वाहिश-ए-दिल जला रहा है कोई।। माँ के जाने के बाद भी मुझको। दे…
बेसबब मुस्कुरा रहा है कोई। दर्द शायद छुपा रहा है कोई।। सर्द मौसम में ज़र्द पत्तों सा। ख़्वाहिश-ए-दिल जला रहा है कोई।। माँ के जाने के बाद भी मुझको। दे…
गऱ तुम न , इकरार करोगे क्या फिर हमसे प्यार करोगे नजरे भी तुम मिला न पाये क्या तुम आँखे चार करोगे कभी तोडा ,जोड़ा दिल को क्या तुम ये…
"यक़ीनन वो पढ़ा-लिक्खा नहीं है जो चेहरा आपका पढ़ता नहीं है हज़ारों ख़ूबसूरत हैं जहाँ में कोई भी आपके जैसा नहीं है न जाने कितने ग़म सहता है इंसाँ कोई…
रात में मुस्कुरा रहे हो तुम चाँद को क्यूँ चिढ़ा रहे हो तुम?? फूटकर रो पड़ा जो बादल भी कौनसा गीत गा रहे हो तुम?? मुझको अपना बता के दुनिया…
☆☆☆☆गजल☆☆☆ ग़म को दिल में बसा लिया हमने। ग़म को अपना बना लिया हमने।। जब दियों को बुझाने वो निकले। खुद को सूरज बना लिया हमने।। बेच कर कह रहा…
उनकी आँखों में नूर देखा था हल्का हल्का सुरूर देखा था उस नशीली रात में मैने एक हसीं कोहेनूर देखा था भर लूं आगोश में उन्हें ऐसा ख़ाब मैने ज़रूर…
We always do things that come in our mind. We simply say yes, or no. Or we simply decide anything that might be very important in our life. The decision…
अगर जो वक़्त रहते हम, संभल जाते तो अच्छा था। तुम्हीं जैसा जो खुद को हम, बदल पाते तो अच्छा था।। न लगती ठोकरें मुझ को, न होता दर्द फिर…
इधर शौहर आता है , तिरंगे की शान में उधर माँ बेटा भेज देती है जंगे-मैदान में इस नफरत ने कई , नस्ले बर्बाद कर दी कहाँ लिखा है ये…
गिरता रहा, उठ उठ चलता रहा। बेबसी की आग में पर जलता रहा। कह दिया दिल से रुक जा बस अब बहुत हुआ। कहने को क्या सुना नही कोई, चिल्लाता…