तू लौट कर फिर घर आई नहीं | हिन्दी सैड शायरी

किसी के लौट के आने की जब ख़बर आई ख़ुशी कुछ इतनी ज़ियादा थी आंख भर आई चमकते चांद को काली घटा ने घेर लिया चड़ी थी चांदनी छत पर…

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गजल हिन्दी मे | फिर से तुझे पाने की दुआ कर रहा हूँ

ग़ज़ल लिख रहा हूँ दुआ कर रहा हूँ !! बहुत दर्द में हूँ ......दवा कर रहा हूँ !! मेरे ज़ख्म फिर सूखने लग गए थे, तुझे याद कर के नया…

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कुछ देर ही के वास्ते आ जाओ पास तुम

सपने हसीं सजाये, कई साल हो गये | आँखों को मुस्कुराऐ, कई साल हो गऐ || बच्चा न मुझको जानिये, देखा है ये जहाँ | दुनिया में मुझको आये कई…

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ख़ता ये थी कि हमने साथ चलने की क़सम खाई

ज़मीं अपनी नहीं समझे,बता फिर आसमाँ कैसा मिला था एक मौका ये समझने का ,जहाँ कैसा ख़ता ये थी कि हमने साथ चलने की क़सम खाई सज़ा के तौर पर…

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