हसीं हम ने बहुत देखे कोई तुम सा नहीं देखा

कभी ऐसा नहीं देखा कभी वैसा नहीं देखा,
अभी तक मेरी नज़रों ने तेरे जैसा नहीं देखा,

यहाँ दिल्ली में मुम्बई में वहाँ लन्दन में पैरिस में,
हसीं हम ने बहुत देखे कोई तुम सा नहीं देखा,

हर इक लड़की को तुम ने ग़ौर से देखा मगर तुम को,
वो जिस को देखना था यार!उसे देखा?नहीं देखा,

मुझे मालूम है कि लड़कियों पे पहरे होता है,
जो तुझ पे है किसी पे मैंने वो पहरा नहीं देखा,

वो मुझ को देख कर अक्सर यही इक बात कहती थी,
तुम्हारे जैसा मैंने तो कोई लड़का नहीं देखा,

वो मुझ से फोन पर करती थी बातें रातों रातों भर,
मगर उस की ज़ुबाँ पर प्यार का जुमला नहीं देखा।

Leave a Reply