हसीं हम ने बहुत देखे कोई तुम सा नहीं देखा

कभी ऐसा नहीं देखा कभी वैसा नहीं देखा, अभी तक मेरी नज़रों ने तेरे जैसा नहीं देखा, यहाँ दिल्ली में मुम्बई में वहाँ लन्दन में पैरिस में, हसीं हम ने…

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गोली सरहद पे खा रहा है कोई

बेसबब मुस्कुरा रहा है कोई। दर्द शायद छुपा रहा है कोई।। सर्द मौसम में ज़र्द पत्तों सा। ख़्वाहिश-ए-दिल जला रहा है कोई।। माँ के जाने के बाद भी मुझको। दे…

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क्या तुम भी इतना ही मुझे प्यार करोगे

गऱ तुम न , इकरार करोगे क्या फिर हमसे प्यार करोगे नजरे भी तुम मिला न पाये क्या तुम आँखे चार करोगे कभी तोडा ,जोड़ा दिल को क्या तुम ये…

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प्यार सच्चा हो तो क्यूँ मिलता नहीं है

"यक़ीनन वो पढ़ा-लिक्खा नहीं है जो चेहरा आपका पढ़ता नहीं है हज़ारों ख़ूबसूरत हैं जहाँ में कोई भी आपके जैसा नहीं है न जाने कितने ग़म सहता है इंसाँ कोई…

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